23.4.10

हमारी बहादुरी के किस्‍से

दोस्‍तो,
हम बहादुर हैं,ये हम अपने बारे में जानते हैं, और दूसरे देश भी अपने बारे में ऐसा ही सोचते हैं।
परंतु क्‍या हमारा हर काम बहादुरी का ही होता है, हास्‍य का कवि इससे सहमत नहीं है। एक किस्‍सा देखें जब दस बारह साल पहले हमने पांच परमाणु बम धमाके किए थे।
जमीन हमारी थी,बम हमारे थे,फोड़े हमने थे और हम दुनियां भर में चिल्‍ला चिल्‍ला कर कह रहे थे कि हम बहादुर हैं। बहादुरी तब होती जब हम बम दुश्‍मन के आंगन में फोड़ते। उससे भी ज्‍यादा बहादुरी तब होती जब दुश्‍मन के ही बम उनके घर में जाकर फोड़ते। क्‍या आप इस हास्‍य कवि से सहमत नहीं हैं